कठपुतली को चलाने वाले हमेशा इन्हें सर के ऊपर या शरीर के सामने रखते हैं इस दौरान उनका एक हाथ इन कठपुतलियों के सर और मुंह का सञ्चालन करता है और दूसरा हाथ और भुजाओं को घुमाता है, इसकी खातिर वे दो अलग-अलग नियंत्रण दंड लेते हैं या फिर हाथ जैसे दस्ताने पहनते हैं.
2.
कठपुतली को चलाने वाले हमेशा इन्हें सर के ऊपर या शरीर के सामने रखते हैं इस दौरान उनका एक हाथ इन कठपुतलियों के सर और मुंह का सञ्चालन करता है और दूसरा हाथ और भुजाओं को घुमाता है, इसकी खातिर वे दो अलग-अलग नियंत्रण दंड लेते हैं या फिर हाथ जैसे दस्ताने पहनते हैं.